टेलीग्राम के फाउंडर और CEO ने अपनी गिरफ्तारी पर बयान जारी किया। पावेल डुरोव ने अपने टेलीग्राम चैनल पर खुद पर लगे आरोपों की निंदा की, अपनी गिरफ्तारी को हैरान करने वाला बताया और कहा कि फ्रांस के अधिकारियों का ऐसा रवैया गुमराह करने वाला है।
डुरोव को 25 अगस्त को गिरफ्तार किया गया था। फ्रांसीसी अधिकारियों ने धोखाधड़ी, नशीले पदार्थों की तस्करी, साइबरबुलिंग, ऑर्गेनाइज्ड क्राइम और आतंकवाद को बढ़ावा देने के अलावा और भी अपराधों की प्रारंभिक जांच के बाद डुरोव के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया था।
'अगर फ्रांस के अधिकारियों को कोई शिकायत थी, तो उन्हें उन्हें हिरासत में लेने के बजाय पहले कंपनी के पास जाना चाहिए था। टेलीग्राम को अराजक स्वर्ग (Anarchic paradise) ऐप कहना गलत है।'
‘हम हर दिन लाखों हार्मफुल पोस्ट और चैनल हटाते हैं। हम डेली ट्रांसपेरेंट रिपोर्ट जारी करते हैं। हमारे पास कई सारे NGO के साथ डायरेक्टर हॉटलाइन है, जिसके जरिए हम अर्जेंट मॉडरेशन रिक्वेस्ट प्रोसेस करते हैं।‘
डुरोव ने अपने बयान में कुछ Key Point बताए हैं। इसके जरिए डुरोव ने अपनी गिरफ्तारी को हैरान करने वाला बताया है।
उन्होंने कहा- जिस तरीके से फ्रांसीसी अधिकारियों ने मुझसे कॉन्टेक्ट किया था, मुझे वो अजीब लगा था। उनके पास के मुझसे संपर्क करने के और भी तरीके थे।
फ्रांसीसी नागरिक के तौर पर मैं दुबई में फ्रेंच कॉन्सॉलेंट में जाता रहता था। कुछ समय पहले मैंने फ्रांस में आतंकवाद से निपटने के लिए टेलीग्राम के साथ एक हॉटलाइन स्थापित करने में इन अधिकारियों की मदद भी की थी।
अगर कोई देश किसी इंटरनेट सेवा से खुश नहीं है। तो मौजूदा नियम के मुताबिक, उस सेवा के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू की जानी चाहिए।
स्मार्टफोन के दौर से पहले के कानूनों का इस्तेमाल करके किसी CEO केवल इसलिए गिरफ्तार कर लेना, क्योंकि किसी तीसरे पक्ष ने आरोप लगाए हैं तो ये रवैया गलत है।
पावेल डुरोव की गिरफ़्तारी के बाद टेलीग्राम ने पर्सनल चैट के लिए एंड-टू-एंड इंस्क्रिप्शन फीचर चुपचाप हटा दिया। पहले FAQs पेज पर कहा गया था कि पर्सनल चैट को मॉडरेशन रिक्वेस्ट से सुरक्षित रखा गया था। लेकिन अब ऐसा नहीं है। कंपनी ने यह कदम तब उठाया है जब उस पर आपराधिक गतिविधियों को जारी रखने का आरोप लगा है।